पेट्रोल में कितना एथेनॉल होता है? 20% की मिलावट होरी है।
भारत सरकार ने 1 अप्रैल, 2025 से नई पेट्रोल और हाइब्रिड गाड़ियों के लिए E20 ईंधन को अनिवार्य कर दिया है सभी पेट्रोल पंप पर अब e20 पेट्रोल मिल रहा है e20 पेट्रोल का मतलब है कि पेट्रोल में 20% इथेनॉल होगा मतलब 80% पेट्रोल 20% इथेनॉल है 1 अप्रैल 2025 से पहले इथेनॉल 10 % मिलाया जाता था। लेकिन अब 20% क्यों।
क्या ये करना सही है या गलत ?
पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिलाना उन गाड़ियों के लिए सही होगा जो यह 20 % इथेनॉल सपोर्ट करती हैं जिसकी वजह से उन गाड़ियों की माइलेज और इंजन सही रहेगा और पॉल्यूशन भी बहुत कम करेंगी।
लेकिन जो गाड़ियों e10 मतलब 10% इथेनॉल सपोर्ट करती है उन गाड़ियों के लिए यह पेट्रोल सही नहीं होगा जिसकी वजह से e10 वाली गाड़ियों का माइलेज कम होगा ARAI की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें 1 से 6 प्रतिशत की कमी आएगी, जबकि कुछ वाहन निर्माता कंपनियां 7 से 8 प्रतिशत की कमी की बात करते हैं और धीरे-धीरे गाड़ी के कई पार्ट मैं मैं जंग लगना शुरू हो जाएगा और गाड़ी की परफॉर्मेंस में भी कमी दिखाई देगी।
किस पर पड़ेगा इसका सबसे ज्यादा फर्क
गरीब लोगों पर इसका सबसे ज्यादा फर्क पड़ेगा जिन लोगों के पास अप्रैल 2023 से पहले की पेट्रोल की दो पहिया और कई 4 पहिया आदि गाड़ियां है वह सभी गाड़ियां e10 पेट्रोल पर चलने में सक्षम है अगर उनमें यह पेट्रोल डालेंगे तो बहुत नुकसान है ।
अब हर आम आदमी नई गाड़ी तो लेने से रहा उसे यही पेट्रोल डलवा कर अपना गुजरा करना पड़ेगा ।
• सरकार को क्या करना चाहिए था
सरकार को पेट्रोल पंप पर दोनों e10 ओर e20 पेट्रोल का ऑप्शन देना चाहिए था जिससे जिसे जोनसा पेट्रोल चाहिए उसे मिल सके मगर सरकार ने ऐसा नहीं किया सिर्फ e20 ही दिया ।
हा मगर केवल कुछ विशेष प्रकार के प्रीमियम, हाई-ऑक्टेन पेट्रोल ही ऐसे हैं, जिनमें इथेनॉल नहीं होता है इंडियन ऑयल XP100 ये एक खास पेट्रोल है जिसका "ऑक्टेन लेवल" 100 है। ये सिर्फ चुनिंदा इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप पर मिलता है। इथेनॉल नहीं होता। HP Power 100 ये भी एक खास हाई-क्वालिटी पेट्रोल है जिसका ऑक्टेन लेवल 100 है। ये हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HP) के पंपों पर मिलता है। इसमें भी 0% इथेनॉल होता है। लेकिन ये पेट्रोल बहुत महंगा है जिस की कीमत लगभग 160 रुपए लीटर है।
देखा जाए जैसे जर्मनी में e5, e10 पेट्रोल का ऑप्शन होता है ठीक ऐसे ही इंडिया में भी ऑप्शन देना चाहिए था e10, e20 का लेकिन नहीं दिया ।
कीमतों में बदलाव होना चाहिए था
सरकार ने पहले कहां था कि अगर इथेनॉल की मात्रा बढ़ाएंगे तो पेट्रोल के दाम सस्ते होंगे लेकिन नहीं हुए जबकि जर्मनी में e5, e10 दोनों पेट्रोल की कीमत अलग अलग हैं इससे सीधा असर गरीब लोगों पर पड़ रहा है पेट्रोल महंगा और फिर भी माइलेज कम ओर गाड़ी जल्दी खराब ।
कौनसी कम्पनी की गाड़िया e20 पहले से सपोर्ट करती है
होंडा कार कंपनी इकलौती ऐसी कंपनी है जिसने भारत में 1 जनवरी, 2009 से E20 पेट्रोल के अनुरूप कारें बना रही है. होंडा ने अपने सभी मौजूदा मॉडलों के लिए यह अनुपालन प्रमाणन हासिल किया है और ग्राहकों को बिना किसी बदलाव के इन कारों में E20 ईंधन का उपयोग करने की सुविधा प्रदान की है। जिससे होंडा कंपनी की कार के मालिकों को फर्क नहीं पड़ेगा अब e20 पेट्रोल से।
और कम्पनी का क्या कहना है
कई बीमा कंपनीयो ने कहा है कि अगर e20 पेट्रोल गाड़ी में डलवाया तो इंश्योंरेंस नहीं मिलेगा ये चिंता की बात है और टोयोटा ऑटोमोबाइल कंपनी ने कहा है कि हमारी जो गाड़िया e20 पेट्रोल सपोर्ट नहीं करती अगर उन में e20 डलवाया तो वारंटी खत्म हो जाएगी । इन सभी से ग्राहकों का बहुत बड़ा नुकसान है।
लेकिन सरकार का तो यह कहना है कि e20 पेट्रोल से कोई फर्क नहीं पड़ेगा गाड़ियों पर इन सभी बीच आम आदमी परेशान है ।