Nepal Gen-Z protest: नेपाल के 'जेन ज़ी'आंदोलन के बारे में ये बातें जानते हैं आप?
नेपाल में social media platforms को बैन करने के बाद ज़ोर दार प्रोटेक्ट्स चल रहे हैं सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारी नेपाल के पार्लियामेंट बिल्डिंग के सामने जूटे। नेपाल में बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहैं हैं
युवाओं और पुलिस के बीच झड़पों में अब तक 12 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं और अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हुए हैं
कुछ पदर्शनकारी बैरिकेड पार कर सांसद भवन परिसर में घुसने की कोशिश कर रहे थे इसी दौरान झडपें हुई और पुलिस ने बल प्रयोग किया कई जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया पुलिस के साथ-साथ सेना भी सड़क पर है बावजूद इसके प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर डटे हुए हैं
खुद को Gen-Z यानी नई पीढ़ी बताने वाले यह प्रदर्शनकारी system में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा रहे हैं हालांकि इस बीच नेपाल के सूचना मंत्री ने ऐसे संकेत दिए हैं कि सोशल मीडिया बेन के फैसले पर पुनर्विचार कियाजा सकता है
यह प्रदर्शन कब और कैसे शुरू हुआ
नेपाल सरकार ने बीते हफ्ते 26 social media platforms पर प्रतिबंध लगा दिया था इनमें फेसबुक, इस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म शामिल है
सरकार का कहना है कि "सोशल मीडिया कंपनियों को देश के क़ानूनों का पालन करने, स्थानीय दफ़्तर खोलने और ग्रीवांस अधिकारी नियुक्त करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था."
चीन की सोशल मीडिया कंपनी tik tok ने समय रहते इन शर्तों का पालन कर लिया इसलिए tik tok पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया।
नेपाल में बड़ी संख्या में लोग विदेशों में रहते हैं मैसेजिंग एप और सोशल मीडिया पर बेन के बाद विदेश में रह रहे नेपाली नागरिकों को परिवार से संपर्क करने में दिक्कतें आ रही है
सोशल मीडिया वेबसाइटों पर प्रतिबंध के बाद युवाओं ने प्रदर्शन का अहवाल किया।
Tik tok पर nepo baby Trend भी चलाया गया जिसमें नेताओं के बच्चों के ऐशों आराम भरे जीवन की तस्वीर और वीडियो पोस्ट की गई इस पर सवाल उठाया गया कि राजनेता अपने बच्चों को तो फायदा पहुंचा रहे हैं और देश के लिए काम नहीं कर रहे।
युवाओं के इस प्रदर्शन को Gen-Z protest कहां जा रहा है जिसमें अधिकांश कॉलेज के छात्र और युवा शामिल है।