पटना में कांग्रेस की बड़ी बैठक: बिहार चुनाव पर बनी रणनीति, BJP पर “वोट चोरी” का वार
कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को पटना में अपनी वर्किंग कमेटी (CWC) की अहम बैठक की। खास बात यह है कि आज़ादी के बाद पहली बार कांग्रेस की शीर्ष बैठक बिहार में हुई। बैठक का मकसद है – आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी और बीजेपी पर “वोट चोरी” के आरोपों को लेकर सख़्त रुख अपनाना।
बैठक में कौन-कौन शामिल हुआ?
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, सचिन पायलट और बिहार कांग्रेस प्रमुख राजेश कुमार समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। इसके अलावा कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता भी पहुंचे।
कांग्रेस पार्टी की बैठक पटना के सदाक़त आश्रम में हुई। बैठक की शुरुआत सुबह 10:30 बजे हुई। यहीं पर खड़गे ने कांग्रेस का झंडा भी फहराया।
बैठक के मुख्य मुद्दे क्या रहे?
सूत्रों के मुताबिक बैठक में दो बड़े प्रस्ताव पास किए जा सकते हैं, जिनका फोकस बिहार चुनाव होगा।
•विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति और प्रचार का रोडमैप
•बीजेपी पर “वोट चोरी” के आरोपों को लेकर आक्रामक अभियान
•चुनाव आयोग की स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न (SIR) पर आपत्ति
•महागठबंधन (RJD, कांग्रेस व अन्य दलों) के बीच सीट शेयरिंग पर चर्चा
राहुल गांधी का आरोप
राहुल गांधी लगातार “वोट चोरी” के मुद्दे को उठा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि चुनाव आयोग कांग्रेस समर्थकों के वोट डिलीट करवा रहा है। उनका कहना है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं, जो लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं।
हालाँकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को पूरी तरह से गलत और निराधार बताया है।
क्यों अहम है यह बैठक?
कांग्रेस लंबे समय बाद बिहार में चुनावी ज़मीन मज़बूत करने की कोशिश कर रही है।
“वोटर अधिकार यात्रा” और लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पार्टी का दावा है कि कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा है।
महागठबंधन के लिए सीट बंटवारे का फ़ैसला भी यहीं से आगे बढ़ सकता है।